- छात्रवृत्ति की राशि खाते में नहीं पहुंची, तमतमाया बीएसपी वर्कर्स यूनियन, आंदोलन की चेतावनी।
- 3 फरवरी 2024 को नेहरू सांस्कृतिक भवन सेक्टर 1 में श्रमिकों और अधिकारियों के होनहार प्रतिभावान छात्रों को प्रधानमंत्री ट्राफी छात्रवृत्ति का चेक वितरित किया गया था।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। पीएम छात्रवृत्ति की राशि पूरे दो माह बीत जाने के बाद भी अभी तक भिलाई स्टील प्लांट के अधिकारियों-कर्मचारियों को नहीं मिली है। बच्चों के साथ-साथ उनके माता पिता भी परेशान हैं। ऐसे ही होनहार छात्र-छात्राओं के माता पिता ने बीएसपी वर्कर्स यूनियन के केंद्रीय कार्यालय पहुंचकर यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता के समक्ष अपना दर्द और परेशानी को बयां किया।
यूनियन अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने उच्च प्रबंधन के समक्ष इस मुद्दे को उठाया और जल्द से जल्द पीएम छात्रवृत्ति की राशि छात्रों के खाते में जमा करने की मांग की। यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि ऐसे गहरे संवेदनशील मुद्दे पर भी प्रबंधन गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाया हुआ है।
ये खबर भी पढ़ें : SAIL Bokaro Steel Plant: गैस पाइपलाइन में आग से मचा कोहराम, देखिए वीडियो
इस पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पीएम छात्रवृत्ति की राशि नहीं मिलने से छात्र और उनके माता पिता सब परेशान है। कालेज में नया सत्र प्रारंभ हो गया है। ऐसे में कालेज प्रबंधन बच्चों से फीस जल्द से जल्द जमा करने की मांग कर रहे हैं।
माता पिता सोच रहे थे कि इस छात्रवृत्ति की राशि से उनको थोड़ा मदद मिल सकेगी, पर ऐसा होता नहीं दिख रहा है। जिस पर उच्च प्रबंधन को उन्होंने आड़े हाथों लिया और जल्द से जल्द उक्त राशि खाते में जमा करने की मांग की।
3 फरवरी को प्रबंधन ने थमाया था चेक
यूनियन ने प्रबंधन को चेतावनी दी है कि ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। गौरतलब है कि 3 फरवरी 2024 को नेहरू सांस्कृतिक भवन सेक्टर 1 में आयोजित एक कार्यक्रम के माध्यम से बीएसपी में कार्यरत श्रमिकों और अधिकारियों के होनहार प्रतिभावान छात्रों को प्रधानमंत्री ट्राफी छात्रवृत्ति का चेक वितरित किया गया था। लेकिन, छात्रवृत्ति की राशि बच्चों को आज तक नहीं मिल पाई।
सम्मानजनक वेतन समझौता नहीं होने से कर्मी पहले से परेशान
उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि सम्मानजनक वेतन समझौता नहीं होने के कारण कर्मी पहले से ही बहुत परेशान है। कर्ज में डूबते जा रहे हैं, उनको अभी तक 39 महीने का एरियर नहीं मिल पा रहा है।
ये खबर भी पढ़ें : Bokaro Steel Plant: 12 ओसीटी जुड़े बीएसएल से, 4 झारखण्ड ग्रुप ऑफ़ माइंस में
रात्रि कालीन भत्ता HRA पर समझौता नहीं किया जा रहा है। तमाम तरह की सुविधाएं को एक-एक करके धीरे धीरे बंद किया जा रहा है।
प्रबंधन दमनात्मक और तानाशाही रवैया अपनाया हुआ है इसका एक उदाहरण है कर्मियों पर जबरन चेहरे की पहचान से हाजिरी के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम थोपा जा रहा है।
ये खबर भी पढ़ें : Bokaro Steel Plant गैस पाइपलाइन में आग पर बड़ा अपडेट: 9 लोग भर्ती, गैस थी शून्य