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- बेस किचन का संचालन ठेका प्रथा से कराने का दावा किया जा रहा।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के भिलाई स्टील प्लांट से बड़ी खबर आ रही है। बेस किचन को बंद कर दिया गया है। ताला लगने से हड़कंप मच गया। कर्मचारी और अधिकारी जब वहां नाश्ता के लिए पहुंचे तो दरवाजे पर ताला लटका दिखा।
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यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। हर कोई एक-दूसरे को फोन करके जानकारी लेता रहा। एक कैंटीन संचालक को लेकर दावा किया गया कि उन्हें ठेका दे दिया गया है।
1 जनवरी से वही संचालित करेंगे। जबकि प्रबंधन ने इस दावे को सिर्फ अफवाह बताया है। स्पष्ट किया है कि बेस किचन को चालू करने को लेकर कोई तारीख नहीं आई है। सूचनाजी.कॉम ने दावे के आधार पर कैंटीन संचालक से बातचीत की तो उन्होंने ऐसी जानकारी से इन्कार किया। बताया कि प्रबंधन की ओर से उन्हें किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई है।
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बता दें कि बेस किचन में करीब करीब 8 नियमित कर्मचारी ही बचे हैं। उन्हें किसी अन्य विभागों में शिफ्ट किया जा रहा है। साल 2014 में 35 कर्मचारी थे।
बेस किचन का इतिहास यह है कि 2009 में को-आपरेटिव सोसाइटी को बीएसपी में मर्ज करने के बाद इसकी नींव पड़ी थी। उस वक्त 750 कर्मचारी थे। कैंटीन कर्मचारी को बीएसपी कर्मचारी बनाया गया। करीब 35 लोगों ने मिलकर बेस किचन की नींव रखी थी।
2009 में बेस किचन का संचालन शुरू किए। बीएसपी के प्रीमियम प्रोग्राम के लिए कैंटीन में नाश्ते और खाने की व्यवस्था शुरू हुई। 2009 से ही कैंटीनों को आउट सोर्स कर दिया गया।
बेस किचन का संचालन भी ठेका प्रथा से कराने की चचार साल 2022 से शुरू हुई। दो माह पूर्व यह चर्चा तेज की गई। कई ठेकेदारों से सहमति पत्र मांगा गया। इस पूरे प्रकरण पर भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन का कहना है कि बेस किचन में कोई कुक नहीं है। इस वजह से बंद किया गया है। वेटर ही रह गए हैं। इसलिए बंद करना मजबूरी थी। फिलहाल, चालू करने को लेकर भी कोई चर्चा नहीं है।