BSP-EPFO ने किया मजबूर, पेंशन से वंचित हो रहे मजदूर

  • भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका श्रमिकों से ईएसआईसी को करोड़ों रुपए साल का दिया जाता है, लेकिन नेहरू नगर में बने 100 बिस्तर के ईएसआईसी अस्पताल में सुविधाओं का अभाव।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक (Steel Contract Workers Union INTUC) के कार्यकारिणी की बैठक सेक्टर 4 कार्यालय में हुई। ठेका श्रमिकों ने अपनी समस्याएं को कार्यकारिणी में रखा। उप महासचिव डामन लाल ने कहा कि 8 फरवरी 2024 को एनजेसी सब कमेटी की बैठक में भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका श्रमिकों के लिए 1 मार्च 2024 से 1400 रुपए एडब्ल्यूए की राशि पर समझौता किया गया। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन यह सुनिश्चित करें कि जल्द से जल्द ठेका श्रमिकों के खाते में एडब्ल्यूए की राशि दी जाए।

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ठेका श्रमिकों को सभी गेट में आने-जाने की सुविधा प्रदान किया जाए

उपाध्यक्ष के राजशेखर ने कहा कि बीएसपी प्रबंधन को ठेका श्रमिकों के सभी गेटों से आने-जाने की सुविधा के लिए कार्यपालक निर्देशक प्रभारी भिलाई इस्पात संयंत्र को ज्ञापन दिया गया था, उस पर प्रबंधन द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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ठेका श्रमिकों को आईआर ऑफिस आने एवं ईएसआईसी अस्पताल जाने के लिए बोरिया गेट एवं मेन गेट से आने जाने की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन जोरा तराई गेट से आने वाले ठेका श्रमिकों को इस गेट से आने-जाने नहीं दिया जाता। इसलिए ठेका श्रमिकों को बहुत परेशानी होती है। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन जल्द सुनिश्चित करें कि ठेका श्रमिकों को सभी गेट से आने-जाने की सुविधा प्रदान किया जाए।

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ईएसआईसी अस्पताल में हो बेहतर इलाज एवं परिवार के सदस्यों का बने कार्ड

भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका श्रमिकों से ईएसआईसी को करोड़ों रुपए साल का दिया जाता है, लेकिन नेहरू नगर में बने 100 बिस्तर के ईएसआईसी अस्पताल में उद्घाटन तो किया गया। लेकिन वहां पर बेहतर इलाज की कोई सुविधा नहीं है, जिससे श्रमिकों को बहुत परेशानी हो रही है। प्राइवेट अस्पताल में चिकित्सा करवाने की आवश्यकता पड़ रही है।

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ईएसआईसी प्रबंधन जल्द ही नए अस्पताल में बेहतर इलाज, दवाई और डॉक्टर की व्यवस्था करें कि बेहतर स्वास्थ्य परीक्षण की भी व्यवस्था की जाए। सभी ठेका श्रमिकों के परिवार का कार्ड एवं मेडिकल बुक बनाया जाए, जिससे कि उनके परिवार के इलाज हो सके और इलाज का विवरण मेडिकल बुक में लिखा जा सके।

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पेंशन के लिए भटक रहे ठेका मजदूर

वीर सिंह ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा एचएसएलटी ठेका श्रमिकों का पेंशन के नाम से पैसा काटा गया, लेकिन अभी तक एचएसएलटी ठेका श्रमिकों का केवाईसी नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण भिलाई इस्पात संयंत्र के एचएसएलटी ठेका श्रमिकों को पेंशन नहीं मिल पा रही है। इसके लिए लगातार प्रबंधन से चर्चा करने के उपरांत भी इस पर कोई निर्णय नहीं हो पा रहा है। इस कारण ठेका श्रमिकों को पेंशन की प्राप्ति नहीं हो रही है। ठेका श्रमिक भिलाई इस्पात संयंत्र एवं ईपीएफओ के आरपीएफसी रायपुर के सिस्टम में उलझ कर रह गए हैं।

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मजदूरों को सुविधा दिलाने आंदोलन की चेतावनी

स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के अध्यक्ष संजय साहू ने कहा कि प्रबंधन से लगातार सुविधाओं में बढ़ोतरी एवं समस्या के समाधान के लिए पत्र दिया जा रहा है। प्रबंधन उस पर कार्रवाई कर रही है। कुछ विषयों पर परिणाम मिले हैं, लेकिन कुछ विषयों पर परिणाम नहीं मिल पा रहा है।

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भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन चारों शिफ्ट में ठेका श्रमिकों से स्थाई प्रकृति के कार्य करवा रही है। लेकिन उन्हें ना तो रात्रि भत्ता दिया जा रहा है और ना ही अन्य सुविधाएं मिल रही है। जबकि माइंस में अनेक सुविधाएं प्राप्त है। प्रबंधन सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं करेगी तो आने वाले समय में आंदोलन किया जाएगा।

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यूनियन की बैठक में ये रहे मौजूद 

बैठक में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह, मनोहर लाल, आर दिनेश, सुरेश, श्याम कुमार, गुलाब दास, गुरुदेव साहू, जसबीर सिंह, रिखी राम साहू, संतोष ठाकुर, जयराम ध्रुव, सुरेश दास टंडन, कान्हा राम, देवेंद्र कुमार, कुलेश्वर, अजय कुमार, रामू एवं कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।

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