Bhilai Steel Plant की ये फोटो डरा देगी, स्ट्रेचर पर कर्मचारी, अफरा-तफरी

  • वैधानिक नियमों के अनुसार आपदा प्रबंधन के लिए समय-समय इस प्रोटोकाल के जांच हेतु ऑक्सीजन प्लांट -2 में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL- Bhilai Steel Plant) के ऑक्सीजन प्लांट-2 (Oxygen Plant 2) की यह तस्वीर आपको डरा सकती है। पल भर के लिए हड़कंप मचा सकती है। लेकिन, घबराइए मत, यह सामान्य स्थिति है। आक्सीजन प्लांट-2 में मॉक ड्रिल किया गया ताकि सुरक्षा की जांच-पड़ताल किया जा सके।

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आपदा प्रबंधन अभ्यास के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। ऑक्सीजन प्लांट-2 को संवेदनशील माना जाता है। विदित हो कि प्रत्येक विभाग में आकस्मिक आपदा से निपटने हेतु प्रोटोकाल बनाये गए हैं। वैधानिक नियमों के अनुसार आपदा प्रबंधन के लिए समय-समय इस प्रोटोकाल के जांच हेतु ऑक्सीजन प्लांट -2 में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है।

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इस अभ्यास के दौरान बीएसपी के सीआईएसएफ, फायर ब्रिगेड, सेफ्टी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, एमएमपी-1, सिविल डिफेन्स तथा ऑक्सीजन प्लांट-2 के अधिकारियों व कार्मिकों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई।

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ओपी-2 एक संवेदनशील क्षेत्र है और इसको ध्यान में रखते हुए नियतकालीन समय में, सुरक्षा को लेकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती है। इसी कड़ी में 06 दिसम्बर 2023 को एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसके पूर्व ऑक्सीजन प्लांट  – 2 में 13 जून 2023 को भी मॉक ड्रिल का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है।

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लिक्विड ऑक्सीजन पंप के ब्रेकडाउन के लिए विद्युत रखरखाव और (लिक्विड ऑक्सीजन) LOX टैंक ऑपरेटर के चार व्यक्तियों का एक समूह LOX टैंक-2 में काम कर रहा था।

विद्युत पैनल पर चिंगारी के कारण अचानक आग लग गई, जिसके कारण लिक्विड ऑक्सीजन टैंक के नियंत्रण कक्ष के अंदर अत्यधिक धुआं हो गया। अचानक लिक्विड ऑक्सीजन (Oxygen) का रिसाव प्रारंभ हो गया। दो व्यक्ति फंस गए और दो व्यक्ति बाहर आए, जिन्होंने बचाव के लिए अन्य लोगों को बुलाया।

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यांत्रिक विभाग के व्यक्ति बचाव के लिए चिल्लाने लगे और ओपी-2 के शिफ्ट मैनेजर को सूचित किया। स्थिति का विश्लेषण करने के बाद शिफ्ट मैनेजर तुरंत मौके पर पहुंचे।

इसी बीच साइट पर मौजूद बिजली विभाग के व्यक्ति ने अलार्म बजाकर संकेत दिया। शिफ्ट इंचार्ज सहायक प्रबंधक (ओपी-2 / ऑपरेशन) श्री गौरव चौधरी ने, प्लांट कंट्रोल, फायर ब्रिगेड, एम.एम.पी-1 सीआईएसएफ, सेफ्टी कंट्रोल, सिविल डिफेंस, विभागाध्यक्ष और ऑक्सीजन प्लांट- 2 के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया।

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महाप्रबंधक (ओपी-2) पीसी बाग, महाप्रबंधक (ओपी-2 / ऑपरेशन) एमडी नदीम खान, सहायक महाप्रबंधक (ओपी-2 / मैकेनिकल) शिवम, और वरिष्ठ प्रबंधक (ओपी-2) व विभागीय सुरक्षा अधिकारी एमडी साहू के साथ मौके पर पहुचकर स्थिति का नियंत्रण संभाला।

इसी बीच मुख्य महाप्रबंधक (यूटिलिटीज) एके जोशी भी मौके पर पहुंचे, स्थिति संभाली और दुर्घटना पर नियंत्रण करने में सफल रहे। एक घायल व्यक्ति को ओपी-2 के लोगों ने बचाया, बाद में दूसरे व्यक्ति को भी निकाला गया।

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सभी संबंधित एजेंसियां फायर ब्रिगेड, ओएचएस, सिविल डिफेंस, सीआईएसएफ और सेफ्टी कंट्रोल मौके पर पहुंचीं और फंसे हुए लोगों को निकाला गया। बचाए गए दो व्यक्तियों को आवश्यक उपचार के लिए मेन मेडिकल पोस्ट भेजा गया।

संदीप गर्ग एवं देवी सिंह का भी इस मॉक ड्रिल में योगदान रहा। मॉक ड्रिल की समाप्ति के बाद मुख्य महाप्रबंधक (यूटिलिटीज) एके जोशी द्वारा, सम्बंधित घटनाक्रम पर चर्चा करने और सभी एजेंसियों को धन्यवाद देने के लिए, अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।

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