- फैमिली और वर्क प्लेस की जिम्मेदारी एक-दूसरे को सहयोग करते हैं। वर्क प्लेस पर बहुत मेहनत करना जरूरी नहीं है। स्मार्ट वर्क कीजिए। यह हार्ड वर्क से ज्यादा कारगर है। फैमिली को महत्व दीजिए, जितना काम को महत्व देते हैं।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) के चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश ने अपने मन की बात खुलकर की। महिला अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने सारे राज खोलकर रख दिए।
सेल (SAIL) की महिला कार्मिकों को महिला दिवस (International Women’s Day 2024) के अवसर पर संबोधित करते हुए दम भर दिया। हौसला बुलंद किया। प्लांट और घर के बीच तालमेल बैठाने, दिन-रात मेहनत के बजाय स्मार्ट वर्किंग का गुरु मंत्र दिया।
चेयरमैन ने साफ शब्दों में कहा कि उन्हें किचन में पानी उबादलने के अलावा कुछ भी नहीं आता है। इस कमी को स्वीकारने में मुझे गुरेज नहीं। इसी तरह सबको अपने अंदर की कमी को स्वीकार करते हुए आगे बढ़ने की तरफ सोचना होगा।
सेल में महिलाओं की संख्या बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि 6 प्रतिशत को 30 प्रतिशत तक ले जाना है। अब महिलाओं को खास अवसर भी मिल रहा है। प्लांट में फिजिकल लेबर कम हो रहा है। टेक्नोलॉजी की वजह से श्रम कम लग रहा है। ऐसे में महिलाओं को यहां अवसर है। हम सबके सामने सोमा मंडल एक नज़ीर हैं। दुनिया के किसी भी स्टील कंपनी की पहली चेयरमैन सोमा मंडल बनी थीं।
जब अमरेंदु ने सोमा मंडल से कहा इतनी तकलीफ…
सेल कारपोरेट आफिस में डायरेक्टर पर्सनल केके सिंह समेत उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में चेयरमैन ने सोमा मंडल का एक किस्सा सुनाया। चेयरमैन ने कहा-एक बार उन्होंने पूर्व चेयरमैन से पूछा-मैडम आपकी जिंदगी में इतनी तकलीफ होने के बाद भी यहां तक पहुंचीं।
जवाब आया-कौन सी तकलीफ…। मैं काम कर रही थी, मैंने सोचा ही नहीं था कि मुझे कोई तकलीफ है। आपके सामने बाधा है। आप बीजी हो जाते हैं तो सब भूल जाते हैं। यही सोच सबको अपनाना चाहिए। आप अपनी तकलीफ और बाधा देखते रहेंगे तो इसको पार नहीं कर पाएंगे। आगे देखने की आदत डालें।
वेलफेयर पॉलिसी बढ़ी…
सेल चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश ने कहा-वेलफेयर पॉलिसी बढ़ी है। सरकार की सारी पॉलिसी स्वीकार कर ली गई है। बावजूद, कुछ लगता है तो सुझाव दीजिए। हम लोग स्वीकार करेंगे। सखी पोर्टल आगे काम करने की मदद करेगा।
डायरेक्टर पर्सनल महिला कार्मिकों से करेंगे संवाद
चेयरमैन ने कहा-नंबर वन तब बनेंगे, जब सबके दिल में होंगे। सबकी सहभागिता होनी चाहिए। डायरेक्टर पर्सनल केके सिंह कुछ समय-समय पर आप लोगों के साथ बैठकर करते रहेंगे और सुझाव लेंगे।
घर और परिवार के बीच तालमेल बैठाने पर सेल चेयरमैन ने कहा-अक्सर लोग बोलते हैं कि दो नांव पर एक साथ चलना ठीक नहीं। इस सोच को बदलना होगा। आज इसमें कोई अंतर नहीं है।
फैमिली और वर्क प्लेस की जिम्मेदारी एक-दूसरे को सहयोग करते हैं। वर्क प्लेस पर बहुत मेहनत करना जरूरी नहीं है। स्मार्ट वर्क कीजिए। यह हार्ड वर्क से ज्यादा कारगर है। फैमिली को महत्व दीजिए, जितना काम को महत्व देते हैं।