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- मानव तंत्र बिल्कुल वैसा ही है जैसे कंप्यूटर की हार्ड ड्राइव, जो धीमी हो जाती है, क्योंकि वह विभिन्न फाइलों से भर जाती है।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। जिंदगी भर की भागदौड़। परिवार की चिंता। बच्चों का भविष्य बनाने और नौकरी की चिंता से छुटकारा पाने के बाद आप कैसे अपनी जिंदगी गुजारें। यह बड़ा सवाल है। उम्र के आखिरी पड़ाव में खुश रहने का तरीका यहां बताया जा रहा है। सेहत से लेकर चेहरे पर मुस्कान तक लाने का तरीका बताया जा रहा।
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पेंशनभोगी Anil Kumar Beohar का कहना है कि प्रिय सेवानिवृत्त या वरिष्ठजन हम लोग वरिष्ठ नागरिक स्वरूप 60 के उस पार एक शानदार उम्र के दौर में हैं। शायद हम लोग उम्र के इस मोड़ पर भी बहुत खूबसूरत दिखते हैं, ऐसा मेरा विश्वास है। हमारे पास लगभग वह सब कुछ है, जो हम बचपन में चाहते थे।
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हम स्कूल या काम पर नहीं जाते है। लेकिन हमें हर महीने पेंशन बैठे बिठाये मिलती है। हमें कहीं भी जाने के बाद एक निश्चित समय पर वापस नहीं आना पड़ता। हममें से कुछ के पास अभी भी ड्राइविंग लाइसेंस और यहाँ तक कि अपनी कार भी है। तो जीवन सुंदर है ना!
पेंशनर ने कहा-हम अविश्वसनीय रूप से असीमित अनुभव के कारण होशियार भी हैं। हमारा मस्तिष्क थोड़ा धीमा चलने लगा है, क्योंकि यह ज्ञान से भरा हुआ है। हमारे दिमांग में कई चीजें जमा हो जाती हैं, जो हमारे आंतरिक श्रवण शक्ति पर दबाव डालती हैं। इसके कारण हमें कभी-कभी सुनने में समस्या होती है। यह मानव तंत्र बिल्कुल वैसा ही है जैसे कंप्यूटर की हार्ड ड्राइव, जो धीमी हो जाती है, क्योंकि वह विभिन्न फाइलों से भर जाती है।
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हमारा मस्तिष्क कमजोर नहीं, लेकिन इसमें बहुत सारी जानकारियाँ जमा हो गई है। हमारी उम्र के लोग, कभी-कभी हम एक कमरे में जाते हैं और हमें याद ही नहीं रहता कि हम क्या करना चाहते थे, या हमें याद नहीं रहता कि हमने कुछ कहाँ रखा था। यह बिल्कुल भी याददाश्त की समस्या नहीं। प्रकृति हमें कम से कम थोड़ी देर और चलते रहने के लिए मजबूर करती है।
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अवश्यक खाद्य पदार्थ
1. सब्जियाँ और फल।
2.सलाद प्रचुर मात्रा में लें ।
3. मेवे खूब खायें ।
4. जैतून का तेल युक्त भोजन पर जोर दें ।
5. स्वस्थ भोजन पर ध्यान दें ।
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भूलने की कोशिश करने वाली तीन चीजें
1. उम्र
2. अतीत
3. नाराज़गी
चार महत्वपूर्ण चीजें
1. परिवार
2. दोस्त
3. सकारात्मक विचार
4. वर्तमान में जिएँ।
आपके सबसे महत्वपूर्ण कार्य
1. खूब हँसें।
2. खेलकूद करें, लेकिन केवल अपनी गति से।
3. दोस्तों और नाती-नातिनों के साथ अधिक समय बिताएँ।
4. कोई भी कार्यक्रम मिस न करें।
आठ ज़रूरी बातें
1. पानी पीने के लिए प्यास लगने का इंतज़ार न करें। ज़्यादा बार पिएँ।
2. जल्दी न उठें, पर्याप्त नींद लें।
3. आराम करने के लिए थकने का इंतज़ार न करें।
4. मेडिकल जाँच करवाने के लिए बीमार होने का इंतज़ार न करें।
5. भगवान पर विश्वास करना कभी न छोड़ें। चमत्कार होते हैं।
6. सकारात्मक रहें और हमेशा अच्छे की उम्मीद करें।
7. गरीबों में ही भगवान का स्वरूप होता है, उनकी सेवा अपनी हैसियत अनुरूप अवश्य करें , सुकून मिलेगा।
8. अपनी कोई ना कोई हॉबी जरूर अपनायें ताकि समय गुजारने में वक्त कम पड़े ।
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