EPFO NEWS: भूल कर भी ऐसा न करें, आपकी जमापूंजी का नहीं मिलेगा एक भी रुपया

  • कई बार गलत निकासी या स्थानांतरण फॉर्म का उपयोग करना भी अस्वीकृति का कारण बन जाता है। दावा अस्वीकृति के सामान्य कारण और निवारण से संबंधित जानकारी पहले लें।

सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ये ‘नहीं किया’ तो नहीं मिलेगा EPF का पैसा…। ‘दावा अस्वीकृति के सामान्य कारण और निवारण’ के बारे में आज Suchnaji.com पर आपको विस्तार से पढ़ने मिलेगा…। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employee Provident Fund Organisation) यानी ईपीएफओ (EPFO) पर खास रिपोर्ट को जरूर पढ़ें।

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आज हम आपको दावा फॉर्म भरने में अक्सर होने वाली त्रुटियों से संबंधित जानकारी देंगे। अगर आप @Suchnaji.com News द्वारा बताए जा रहे इन बिन्दुओं को समझ लेते हैं तो आप फॉर्म भरने में आ रही बार-बार की परेशानियों से छुटकारा पा सकते है। तो आइए आपको बताते है कि ‘दावा अस्वीकृति के सामान्य कारण और उनके निवारण’ के बारे में…।

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01) इसमें सबसे पहला है बेमेल जानकारियां: दरअसल, नियोक्ता के द्वारा दावा फॉर्म में भरी जाने वाली जानकारियां जब EPFO के डाटा से मेल नहीं खाती हैं तो दावा अस्वीकृत हो जाता है और नियोक्ता इन छोटी-छोटी गलतियों को समझ ही नहीं पाता हैं। इसलिए दावा फॉर्म भरते समय आप बेमेल जानकारियों में पांच बिन्दुओं पर जरूर ध्यान दें।

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01) नाम, पिता अथवा पति का नाम।

02) नौकरी ज्वॉइन करने या छोड़ने की तिथि।

03) अधूरी KYC

04) अधूरी बैंक डिटेल्स।

05) उम्र/जन्म तिथि विवरण में विसंगतियां।

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आधार और EPFO पोर्टल पर दर्ज नाम में अंतर

कई बार आधार और EPFO पोर्टल पर दर्ज नाम में अंतर होता है। अगर ऐसा है तो आवेदन के साथ एक संयुक्त घोषणा पत्र जमा करके इसको सुधार करा लेना चाहिए।

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02) जन्म तिथि में त्रुटि: यदि EPFO रिकॉर्ड और दावे पर अंकित जन्म तिथि के बीच अंतर है तो आपका दावा खारिज हो सकता है। यदि आपका KYC विवरण पूर्ण और सत्यापित नहीं है तो भी आपका दावा खारिज हो सकता है।

इसलिए देरी या बार-बार अस्वीकृति से बचने के लिए दावा भरने से पहले KYC की औपचारिकताओं को पूरा कर लें। यहां ध्यान देना होगा कि आधार कार्ड में किसी गलती को सही कराने के लिए आपको आधार कार्यालय से संपर्क करना होगा।

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कई बार सही बैंक खाता संख्या (Bank Account Number), IFSC कोड और सभी विवरण दर्ज करने के बाद भी एक त्रुटि अक्सर दिखाई देती है वो ये कि संभवत: आपने संयुक्त खाते का उपयोग किया हो। अगर संयुक्त खाता आपके जीवनसाथी के साथ है तो PF विभाग इसे स्वीकार कर लेता है। लेकिन किसी अन्य के साथ अस्वीकार कर दिया जाता है। यह भी संभव है कि बैंकों के विलय के कारण आपके बैंक के IFSC कोड में संशोधन किया गया हो।

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कई बार अपलोड चेक/पासबुक का धुंधला होना दावा रद्द होने का कारण बन जाता है। चेक/पासबुक की ओरिजनल फोटो ही अपलोड करें। फोटोकॉपी अपलोड करने की गलती न करें। किसी भी त्रुटि की दशा में आपको अपने PF पोर्टल पर अपने बैंक KYC को फिर से अपडेट करना होगा और इसका पुन: अनुमोदन होगा। कई बार सदस्य या नियोक्ता के द्वारा दिया गया अधूरा विवरण भी दावा खारिज होने का कारण बन जाता है। इनमें दो बिन्दु प्रमुख है…

01) प्रमाण पत्र संबंधित विवरण।
02) चेक में दी गई अधूरी जानकारी।

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इस प्रक्रिया को अपना जरूरी

दरअसल कुछ दावों के लिए प्रमाण पत्र अथवा स्वघोषित दस्तावेजों को संलग्न करना जरूरी होता है। इन्हें संलग्न करने से पहले जांच लें कि आवश्यक दस्तावेज अधूरे तो नहीं है वरना दावा खारिज हो सकता है।

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निकासी के समय अपने चेक या पासबुक की एक प्रति अपलोड करना जरूरी है। चेक पर आपका नाम होना चाहिए या अपने पासबुक का पहला पेज अपलोड करें। साथ ही ये भी सुनिश्चित करें कि पासबुक पेज पर वहीं नाम और बैंक विवरण हो जो आपके KYC में दिया गया हो। कई बार नौकरी छोड़ने की तारीख अपडेट नहीं होती है या फिर नौकरी ज्वॉइन करने और छोड़ने की तारीखें रिकॉर्ड से मेल नहीं खाती है, जिस वजह से दावा अस्वीकृत हो जाता है।

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कई बार गैर पात्रता यानी नॉन एलिजिबिलिटी (Non Eligibility) भी अस्वीकृति का कारण होते हैं इसलिए दावा आवेदन के समय पात्रता सदस्य द्वारा पूरी की जानी चाहिए अन्यथा आवेदन खारिज कर दिया जाता है। UAN का आधार से लिंक न होना भी दावा अस्वीकृत होने का कारण बन सकता है।

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इस गलती से भी फॉर्म हो जाता है कैंसिल

एक और कारण है गलती फॉर्म का भरा जाना… कई बार गलत निकासी या स्थानांतरण फॉर्म का उपयोग करना भी अस्वीकृति का कारण बन जाता है। तो साथियों ये थे ‘दावा अस्वीकृति के सामान्य कारण और निवारण से संबंधित जानकारी’।

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हमें उम्मीद है कि यह आर्टिकल आपके लिए बहुपयोगी साबित हो। ऐसे ही अहम जानकारियों के लिए आप लगातार @Suchnaji.com News पढ़ते रहिए और शेयर करते रहिए।

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